ठंड का अंगूर पर गहरा असर | Nashik Grapes News
ठंड का अंगूर पर गहरा असर
जनवरी महीने मैं ठंड काफी हद तक बढ़ गयी है , या यु कहे की अपने चरण पर है । और ये वातावरण अंगूर के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है !
खास कर नासिक ( nashik grapes ) के अंगूर के लिए , नासिक को अंगूर का कैपिटल माना जाता है। तो इसका असर अंगूर के उत्पादन पर पड़ेगा ।
नासिक के कुछ हिस्सों में अंगूर की कटाई का काम शुरू हो चूका है , तो कहीं अंगूर की खेती अंतिम चरण में है। बढ़ते ठण्ड के कारण परिपक्व अंगूरों से पानी रिसने का खतरा रहता है। इसलिए किसान रात में ठंड बढ़ने पर अपने बगीचों में जगह जगह आग जलाते हैं,
ताकि अंगूर को ठण्ड काम लगे और मणि क्रैक न हो सके। और सुबह सुबह किसान ड्रिप के जरिये अपने बग़ीचों को पानी देते है ताकि कोशिकाओं को कार्यशील रख सके।
ज्यादा ठंड के चलते बोहत से किसानों के अंगूर क्रैक होने लगे है , मतलब की साल भर हर एक समस्या से जूझकर अपने
अंगूर तैयार करो और बस अब बेचने का समय आया तो — आँखों के सामने क्रैक होकर बे मोल हो रहा है । और इस पर हाल फ़िलहाल किसी का बस भी नहीं है , क्योंकि ठंड को कौन ही रोख सकता है ।
हा पर जगह जगह हमने पाया है की किसान भाई अपने अंगूर के बाग़ों मैं आंग जलाकर गर्माहट निर्माण कर रहे है ‘ इससे थोड़ा बोहत फायदा हो जाता है । पर ठंड का असर अंगूर के मणि तो क्रैक होही रहे है ‘ साथ साथ उनकी साइज़ बढ़नी भी थम जाती है ‘
याने की जितना खर्च किया है वो भी वापस नहीं मिल पायेगा , और मेहनत का तो कोई मोल ही नहीं , दुःखद है पर सत्य है ।