@Banana_ श्रावण में केले के भाव रिकॉर्ड ऊंचाई पर
@Banana_ श्रावण में केले के भाव रिकॉर्ड ऊंचाई पर
जलगांव :- जलगांव के साथ ही उत्तर भारत और स्थानीय स्थानों से अन्य क्षेत्रों से केले की मांग बढ़ गई है। आने वाले महीने में कई धार्मिक कार्यक्रम की वजह से मांग बढ़ने वाली है। चूंकि इस समय केले की खेती काफी कम हो गयी है, इसलिए व्यपारियों का अनुमान है ,कि आगे चलकर केले की कीमते और बढ़ेगी ।
Banana Price – इस साल पश्चिमी महाराष्ट्र में एक दो एकड़ केले के लिए 50 से 100 किलोमीटर की यात्रा करने वाले केले व्यापारियों की एक दुर्लभ तस्वीर है। केले की मात्रा कम होने के कारण व्यापारी उस स्थान पर जाकर केले उठा रहे हैं जहां केले उपलब्ध हैं और सीधे भुगतान कर रहे हैं। चूंकि पूरे राज्य में केला नहीं है, इसलिए इस साल और अगले साल केले की लगातार मांग बनी रहेगी।इस गर्मी, मार्च और अप्रैल में 122 वर्षों में सबसे अधिक तापमान देखा गया। इससे केले के बागान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कई बाग सूख गए। अधिकांश स्थानों पर केले की खेती कम हो गई थी। उसके बाद विभिन्न प्रकार के कीट और रोगों का प्रकोप हुआ। नतीजतन, चालू सीजन में केले के उत्पादन में कमी आई है। जानकारों का कहना है कि इससे कीमत में बड़ी बढ़ोतरी हुई है।
कोरोना काल मैं संभावित नुकसान के चलते केला उत्पादकों ने केले के बागानों को हटा दिया। वहीं से रेट बढ़ने शुरू हो गए । हर महीने टन भार में दो से तीन हजार रुपये की वृद्धि हुई। केले की खेती नहीं होने से भाव के बढ़ते दर रहे। श्रवण के मद्देनजर दरें बढ़ने की संभावना थी और अब यह सच हो गया है।केले का कारोबार काफी हद तक कम हो गया है। खरीदने के लिए ग्राहक होने के बावजूद 25 प्रतिशत तक सप्लाई हो रही है क्योंकि केले नहीं मिल रहे हैं। इसके कारण दर में काफी उच्चांक आया है । #Banana price today