@Banana केले को सर्वाधिक दर |Banana Market Price Today Banana Rate-: इस साल मई से केले का सीजन शुरू हो गया है। सीजन की शुरुआत में केले की कीमत 1,600 रुपये से 1,700 रुपये प्रति क्विंटल थी। इसलिए, किसान मूल्य वृद्धि को लेकर आशा थी। इसके अलावा, व्यापारियों की मांग में वृद्धि हुई थी। जून में कीमत 1,800 से 2,000 थी, जबकि जुलाई में केले की कीमत 2,000 से 2,500 तक आ गई है। इसीलिए किसानों का कहना है की – दो साल के संघर्ष के बाद केला उत्पादन मैं सामधान और मुनाफा मिल रहा है। इस साल पहली बार केले की रिकॉर्ड कीमत मिल रही है। अब तक रेट बढ़ते बढ़ते जाने के बाद 2 हजार से 2 हजार 100 से ज्यादा का रेट मिला है। हालांकि, उत्तर भारत में मांग बढ़ने से भाव 2,500 रुपये प्रति क्विंटल तक दाम मिल रहे हैं। किसानों का कहना है कि केले लगाने के बाद पहली बार उन्हें इतना दर मिला है। वहीं दूसरी ओर श्रावण मास में कीमतों में और इजाफा होने की भी संभावना जताई जा रही है। सीजन की शुरुआत के बाद से केले का रेट अच्छा मिला है। पिछले दो वर्षों में केले से होने वाली आय की तो बात ही छोड़ दें, जो खर्चा हुआ है, वह किसानों को वापस नहीं मिल पाया है। कोरोना काल के कारण मांग में गिरावट और केले उत्पादकों को केले को सस्ते दामों पर बेचना पड़ा, वहीं कोरोना के साथ-साथ केले के बागों में भी संक्रमण हो गया। इसलिए केला उत्पादक उत्पादन में गिरावट और ऊंची कीमतों के दोहरे संकट में थे। केले की मांग साल भर रहती है लेकिन कोरोना और बाजार की स्थिति के कारण किसानों को निराशा ही हाथ लगी। कई लोगों ने केले के बागानों को भी तोड़ डाला था। इसी कारन राज्य मैं उत्पादन घटने से मांग बढ़ रही है। व्यापारियों का कहना है कि इस बदलाव की वजह यही है, की केले के दाम बढ़ रहे है । श्रावण महीने मैं और बढ़ेंगी मांग | केले की खेती banana farming :- इस साल केले को 2 हजार 500 रुपए प्रति क्विंटल दाम मिल रहा है। और इतना दर पहली बार मिल रहा है , ऐसा किसानों का कहना है । यदि इसी तरह मांग बरकरार रही,तो दर और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है । जैसे-जैसे श्रावण का महीना शुरू हो रहा है, वैसे-वैसे मांग बढ़ती जा रही है। Article By – : VikramMarket.
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#Onion_प्याज की बढ़ी मांग_क्या भाव बढ़ेंगे?
बांग्लादेश और नेपाल से बढ़ी भारतीय प्याज की मांग? Indian Onion onion price _भारतीय प्याज को नेपाल और बांग्लादेश से मांग बढ़ गयी है । बांग्लादेश –बांग्लादेश ( Bangladesh) भारतीय प्याज का सबसे बढ़ा खरीददार है , शुरू से ही वो हमारा हम पार्टनर रहा है । बांग्लादेश ने 2021-22 मैं 6.58 लाख टन प्याज भारत से ख़रीदा था, जो की पिछले साल की तुलना मैं 19 % से ज्यादा ख़रीदा गया । इससे भारत को 73% ज्यादा फायदा हुवा । मलेशिया – मलेशिया ये देश बंगलादेश के बाद भारत का दूसरा प्याज का निर्यातक देश है । किन्तु इस साल प्याज खरीदने के मामले मैं मलेशिया (Malaysia) के अकड़े कुछ खास नहीं है , मलेशिया के प्याज खरीदने के मामले मैं 14 % घट हुई है । 2021-22 मैं मलेशिया ने भारत से 1.70 लाख टन प्याज ख़रीदा था । पिछले साल याने 2020-21 मैं 1.98 % लाख टन प्याज ख़रीदा था । श्रीलंका – उसी के साथ श्रीलंका भी प्याज के मामले मैं भारत का काफी बढ़ा ग्राहक है – इस साल श्रीलंका ( Sri Lanka) प्याज निर्यात मैं 12.5% से बढ़ोतरी देखि गयी है । नेपाल – इस साल नेपाल मैं भारतीय प्याज की पसंद और निर्यात के अनुमान से 48 % बढ़ोतरी हुयी है । (Nepal )और इससे भारत की आयत मालमत्त 67 % से बढ़ गयी है । INDIAN ONION DEMAND –आज की स्थिति देखि जाय तो भारत का रुपया काफी गिर गया है – जिससे बाकि की देशों को भारत से प्याज खरीदने मैं काफी फायदा मिलता है ,और इससे आम किसान को अच्छा पैसा मिल जाता है । इसका मतलब यह नहीं की रूपये का गिरना अच्छी बात है , ये बोहत घातक है । देखा जाय तो आज के दिन भारत के प्याज को दुनिया भर मैं ठीक ठाक मांग है । ( pyaj ka bhav ) china & Egypt Onion Enter Market – चीन और इजिप्त का प्याज भी तैयार हो चूका है , वो भी जल्द ही मार्किट मैं आजायेगा । किन्तु इससे भारत को ज्यादा कुछ नुकसान नहीं होगा , क्यों की हमारे पुराने प्याज खरीदने वाले देश ज्यादा तर हमसे ही प्याज खरीदना पसंद करते है । और हालिया सरकार की फॉरन पॉलिसी को देखते हुए यही लगता है की अनन्य देश भी हमसे अधिक मात्रा मैं प्याज खरीद सकते है । @onionprice भारत से किन देशों को अधिक प्याज भेजा जाता है ? प्याज़ भारत से कई देशों में निर्यात होता है, जैसे कि नेपाल , पाकिस्तान , श्रीलंका , बांग्लादेश , इत्यादि। प्याज चार्ट देश का प्याज उत्पादन जुलाई, 2022 से शुरू होने वाले फसल वर्ष में 16.81 प्रतिशत बढ़कर 3.11 करोड़ टन रहने का अनुमान है। कृषि मंत्रालय के सोमवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। मंत्रालय ने बयान में कहा कि देश में 2021-22 के फसल वर्ष (जुलाई-जून) में प्याज उत्पादन उत्पादन 2.66 करोड़ टन रहने का अनुमान है। मंत्रालय के पहले अग्रिम अनुमान के अनुसार, 2022-23 के फसल वर्ष में प्याज का बुवाई क्षेत्र बढ़कर 19.1 लाख हेक्टेयर पर पहुंचने का अनुमान है। 2021-22 में यह 16.2 लाख हेक्टेयर है। लासलगांव मार्किट भाव – देखे :- https://www.vikrammarket.com/2022/07/01/लासलगांव-mandi-b…आज-का-मंडी-भाव-9/ https://www.vikrammarket.com/2022/06/26/beekeeping-मधुमक्खी-पालन/ Article By. – VikramMarket
Beekeeping मधुमक्खी पालन
Beekeeping मधुमक्खी पालन Madhumakhi-: भारत एक कृषि प्रधान देश है और महाराष्ट्र में कृषि भी एक प्रमुख व्यवसाय है। महाराष्ट्र में कई किसानों ने अपनी आजीविका में सुधार के लिए मधुमक्खी पालन को एक साइड बिजनेस के रूप में शुरू किया है। शहद और मोम दो आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण मधुमक्खी पालन उत्पाद हैं। मधुमक्खी पालन उद्योग से किसानों को बोहत अच्छा लाभ होता है। मधुमक्खी पालन 9,000 साल पुराना है और पारंपरिक रूप से शहद के लिए किया जाता था। 20वीं सदी से इसमें गिरावट आ रही है। मधुमक्खी पालन कैसे शुरवात करे – Madhumakhi Business Beekeeping-: आप अगर चाहें तो 10 बॉक्स लेकर भी मधुमक्खी पालन कर सकते हैं।अगर 40 किलोग्राम प्रति बॉक्स शहद मिले तो कुल शहद 400 किलो मिलेगा। 350 रुपये प्रति किलो के हिसाब से 400 किलो बेचने पर 1 लाख 40 हजार रुपये की कमाई होगी।यदि प्रति बॉक्स खर्च 3500 रुपये आता है तो कुल खर्च 35 हजार रुपये होगा और शुद्ध लाभ 1,05,000 रुपये होगा। यह व्यापार हर साल मधुमक्खियों की संख्या के बढ़ने के साथ 3 गुना अधिक बढ़ जाता है।अर्थात 10 पेटी से शुरू किया गया व्यापार 1 साल में 25 से 30 पेटी भी हो सकता है। मधुमक्खी पालन का अर्थशास्त्र Beekeeping-: मधुमक्खी पालन का अर्थशास्त्र उसके स्तर पर निर्भर करता है। एक डिब्बे मधुमक्खी से प्राप्त होने वाले 50 किलो कच्चा शहद को अक्सर 100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाता है. इसलिए प्रत्येक डिब्बे से आपको 5 हजार रुपये प्राप्त होते हैं।बड़े पैमाने पर इस व्यापार को करने से प्रति महीने 1 लाख 15 हजार रुपये तक का लाभ हो सकता है।बड़े पैमाने पर व्यापार के लिए तैयार किए गए मधु का मूल्य औसतन 250 रुपये प्रति किलो के आसपास होता है। बाजार में पुराने शहद की मांग काफी रहती है जो बहुत ही कम मिलता है । शहद के फायदे – Shahad ke Fayde सूक्ष्म लाभ ऊर्जा, सौंदर्य, स्वास्थ्य, चिकित्सा और स्वाद प्रदान करते हैं जबकि शहद कार्बोहाइड्रेट का एक समृद्ध स्रोत है। कई आहार विशेषज्ञों द्वारा मांसपेशियों को उतेजना प्रदान करने हेतु शहद लेने की सिफारिश की जाती है (शारीरिक गतिविधियों से पूर्व एक चम्मच शहद गतिविधि में प्राप्त होने वाले प्रदर्शन को एक इष्टतम स्तर तक पहुंचा सकता है)। सुंदरता बनाए रखने में भी यह महत्वपूर्ण है (विभिन्न सौंदर्य उत्पाद अपने निर्माण की प्रक्रिया में शहद का उपयोग कर्ते हैं। यह रोगाणुरोधी है और मनुष्य की त्वचा को मॉइस्चराइज़ करने और स्वास्थ्य का एक प्राकृतिक स्रोत भी है) (हनी एक पूर्ण संतुलित आहार है। यह खनिज, विटामिन और एंजाइम से भरपूर है)। शहद एक उत्कृष्ट प्राकृतिक एंटीबायोटिक है। कई नियमित के लिए एक प्राकृतिक उपचार होने से लेकर और नियमित रूप से रोग नाशक दवाई बनाने तक, शहद सबसे प्राकृतिक और आयुर्वेदिक चिकित्सा उपचारों में से एक है, इसके अलावा यह साबित करना कि किसी को स्वास्थ्य के लिए स्वाद से समझौता नहीं करना होगा। चाहे एक मसाला या एक घटक के रूप में शहद उपयोग किया जाए यह भोजन के स्वाद को बढ़ाता है। Article By.- VikramMarket. मधुमक्खी पालन कैसे शुरू करें? How to Start Honey Bee Farming मधुमक्खी पालन की शुरुआत कैसे करें मधुमक्खी पालन उद्योग