खतों की कीमतों मैं बढ़ोतरी – fertilizer prices In India किसानों के लिए बढ़ी ही चिंताजनक न्यूज़ है , उर्वरक की कीमतों में पिछले साल से लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इससे कंपोस्टिंग की लागत बढ़ गई है, नतीजतन कई कंपनियों ने पिछले साल उर्वरक कीमते बढ़ा दी है ।किसान उत्पादन बढ़ाने के लिए खरीफ सीजन के दौरान डीएपी उर्वरक का इस्तमाल करना पसंद करते हैं। किसानों का कहना है कि यह खाद सभी फसलों के लिए संतुलित है। इसलिए हर साल इस उर्वरक ( fertilizer ) की मांग अधिक होती है। एक ही खाद का प्रयोग ज्यादातर खरीफ सोयाबीन, कपास, उड़द, मूग, तुर, चना और गेहूं के लिए किया जाता है। डीएपी खतों की कीमत हर साल बढ़ रही है। कोनसे खत की कितनी कीमत – fertilizer prices EFCO ने पिछले महीने डीएपी उर्वरक की कीमत में 150 रुपये की बढ़ोतरी की थी। डीएपी दरों को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 1,350 रुपये कर दिया गया है। एनपीके की दर 1290 रुपये से बढ़ाकर 1400 रुपये की गई। वैश्विक बाजार में कच्चे माल की कीमतों में तेजी के बाद केंद्र सरकार ने पिछले साल डीएपी उर्वरक के लिए सब्सिडी में वृद्धि की थी। डीएपी अनुदान में सरकार ने इसे 700 रुपये बढ़ाकर 1,200 रुपये कर दिया। हालांकि, फिलहाल अंतरराष्ट्रीय बाजार में उर्वरक की कीमत फिर से बढ़ गई है। ये भी पढ़िए – Russia Ukraine War Impact On Fertilizer Russia Ukrain War Impact रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण रासायनिक उर्वरकों के लिए आवश्यक कच्चे माल की आपूर्ति समय पर नहीं हो पाती थी। इसके अलावा, भारत को आपूर्ति किए जाने वाले अधिकांश उर्वरक रूस से हैं। लेकिन इस साल युद्ध की स्थिति ने आयात को प्रभावित किया है। खरीफ सीजन में अभी कुछ ही महीने बाकी हैं, लेकिन खाद की कमकरता अभी से महसूस हो रही है। वर्तमान में जो जमा की है , वह खाद शासन द्वारा जिलेवार उपलब्ध करायी जाती है। Referance_By.- Agrowon Article By.- VikramMarket Tag-: Agricultural Fertilizers Latest Price agriculture news