शिमला मिर्च , मिर्च यह टोमॅटो , बैंगन और आलू ये सोलॅनेसी की ब्रीड है , सबसे पहले हरी मिर्च की खेती दक्षिण और मध्य अमेरिका मैं कीजाती थी। वही से इसका प्रचार प्रसार हुवा। किसान अपने आय मैं सुधार हेतु पारंपारिक खेती से हटकर अलग अलग तरह की फसल अपने खेत मैं लगा रहे है। और इसमें शिमला मिर्च आपको ज्यादातर देखने को मिलेगी । शिमला मिर्च यह ठंड मैं आने वाली सब्जी है , भारत मैं कर्नाटका , महाराष्ट्र , गोवा , पंजाब समेत अन्य राज्यों मैं इसकी खेती की जाती है । शिमला मिर्च की खेती हाल फ़िलहाल ठंड के मौसम मैं की जाती है , किन्तु शिमला मिर्च की हायब्रिड पौद्योंसे ये सब्जी कुछ हद तक कम उष्ण तापमान वाले क्षेत्र मैं की जा सकती है । जिस समय तापमान ३०. डिग्री कम होता है , वह समय शिमला मिर्च के पोषण और बढ़ोत्तरी मैं काफी अच्छा होता है, उसकी शाखा अच्छे से बढ़ पति है , उसकी कली बोहत जल्द बढ़ती है । शिमला मिर्च को 30 डिग्री से कम वाला तापमान काफी भाता है , इससे उसको अच्छे से फूल और फल आते है । किन्तु ज्यादा ठंड वाले तापमान भी उसको रास नहीं आता , मतलब की अगर बोहत ही कम तापमान है तो , तो शिमला मिर्च को आने वाला फल बोहत ही छोटा होता है , अधिक ठंड के कारण उसका आकार बढ़ ही नहीं पता। और उसीके साथ फल काफी सख्त भी होते है , मिर्च को जो फूल होते है उसपर भी इसका गहरा असर दीखता है । खेती कैसे करे शिमला मिर्च की लागवड उसके पौदों के जरिये की जाती है , इसके पौदे आपको आपके नजदीकी वाले नर्सरी से मिल जायेंगे । नासरी से पौधे लाने और लगाने के बाद, उन्हें इमिडाक्लोप्रिड 70% (50 से 60 ग्राम प्रति एकड़) और कॉपर ऑक्सीक्लोराइड (200 से 250 ग्राम प्रति एकड़) के घोल से ड्रीचिंग किया जाना चाहिए। -By VikramMarket.