चार रंग बदलने वाले इस फल को – 1 किलो की कीमत 1000 रूपये मिलती है – पढ़िए _Gac Fruit ऐसा फल जो पकने के बाद 4 रंग मैं बदलता है , ऐसा फल जो सवर्गीय फल से जाना जाता है , एसा फल जिसके 1 किलो की कीमत 1000 रूपये है । क्या कभी सुना है ऐसे फल के बारे मैं ? __ नहीं…. तो जान लेते है । गॅक फल _Gac Fruit गॅक फल की पैदावार वियतनाम, मलेशिया और थाईलैंड जैसे देशों से है । यह फल स्वर्गीय फल के नाम से भी जाना जाता है , फल तरबूज फल परिवार से संबंधित है ,और फल की बाहरी परत पर छोटे कशेरुक होते हैं। केरल (Kerala farmer ) में हमारे कई किसान हैं जिन्होंने इस विदेशी फल की सफलतापूर्वक खेती की है। जब इस फल का रंग चमकीले लाल रंग में बदल जाता है, तो इसका मतलब होता है की यह फल अब तैयार हो चूका है । केरल में, कुछ किसानों ने प्रयोगात्मक आधार पर फल उगाए हैं और यह सफल रहा है। ये फल स्वास्थ्य फल के नाम से भी मशहूर है जैसे की ओमेगा 6 और 3 फॅटी एसिड के साथ-साथ बीटा कॅरोटीन का एक अच्छा स्रोत मन जाता है । इस फल की सबसे खास बात यह है कि यह पकने पर चार रंग बदलता है। पकने के बाद रंग बदलने वाले इस फल का उपयोग चीन और वियतनाम में पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता है। केरल राज्य मैं कासरगोड, कोझीकोड आदि में किसान गॅक फल की खेती सफलता पूर्वक कर रहे हैं। इस फल को लगाते समय नर और मादा दोनों के पौधे लगाने चाहिए क्योंकि यह परागण के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह फल द्विगुणित होता है। गॅक फलों ( Gac Fruit) को प्राकृतिक कीट परागण के बजाय मैन्युअल परागण द्वारा अच्छी पैदावार मिल सकती है । किसानों के मुताबिक इस फल का बाजार भाव करीब 1000 रुपये प्रति किलो है। साथ ही बाजार में इस फल की अच्छी मांग के चलते कई किसान इस फल की खेती की ओर रुख कर रहे हैं। Farming Article By – VikramMarket. Tag: Breaking Agriculture Live News | Agriculture News | kheti ki jankari | Latest Kheti Kisani News in Hindi | Agriculture | कृषि | Agriculture News in Hindi: कृषि Latest News
Tag: Agriculture News in Hindi: कृषि
कब तक है बारिश – महाराष्ट्र के कोनसे हिस्से मैं बारिश
Agriculture News In Hindi फिलहाल राज्य के कई हिस्सों में चना और गेहूं निकालने की तैयारी चल रही है. बारिश इस काम में बाधा डाल सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक ७ तारीख से 10 तारीख तक राज्य में बारिश की संभावना है. गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के प्रमुख का Tweet मराठी का अनुवाद: देश के मध्य भाग में पूर्वी हवाओं के संगम और पूर्वी हवाओं में गर्त के कारण: महाराष्ट्र, गुजरात में 7 से 10 मार्च, पश्चिम. राजस्थान और पूर्वी मध्य प्रदेश में गरज के साथ हवा के झोंके और गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश। 8 और 9 मार्च: मध्य महाराष्ट्र में मूसलधार बारिश की संभावना है। * 8 और 9 मार्च – धुले, जलगांव, नंदुरबार, नासिक, औरंगाबाद, अहमदनगर, पुणे, सतारा, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, बुलढाणा, परभणी, जालना, बीड, परभणी, वाशिम, हिंगोली, अकोला, अमरावती, यवतमाल, वर्धा, नागपुर, चंद्रपुर, गढ़चिरौली, भंडारा और गोंदिया जिले में भारी बारिश की संभावना है। * 10 मार्च – बुलढाणा, अकोला, वाशिम, यवतमाल, अमरावती, वर्धा, नागपुर, चंद्रपुर, भंडारा, गोंदिया और गढ़चिरौली जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। जलगांव, औरंगाबाद, अहमदनगर, पुणे, सतारा, नासिक, कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग और धुले में हल्की बारिश की संभावना है। इस बीच, महाराष्ट्र, गुजरात, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में तारीख 7 से 10 तारीख तक कुछ इलाकों में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी। * Nashik News in Hindi इस अनचाही बारिश की वजह से नाशिक मैं अंगूर के बागों का बोहत ही बढ़ी हानि हो सकती है । पहले ही बोहत दिक्क्तों से अंगूर उत्पादक किसान गुजर रहे है , और अब बारिश भी दस्तक दे रही है । ऐसा पिछले 4 साल से हो रहा है , सब परशानी से जूझकर किसान अंगूर तो संभाल लेता है पर बारिश का क्या मुकाबला …. ऐसा ही चलता रहा तो अंगूर उत्पादक किसान बचेगा ही नहीं – हर साल उसके ऊपर कर्ज बढ़ता ही जा रहा है – वे फल तो फुला लेते है पर उनके जेब मैं कुछ नहीं आता । लाखों का माल आँखों के सामने बारिश मैं बह जाता है , और साथ साथ उम्मीद भी । सरकार को इस विषय मैं ध्यान देने की जरुरत है , कर्ज माफ़ करने की जरुरत है , इनके लिए योजनाए लाने की जरुरत है । अगर ऐसा नहीं हुवा तो इनकी हालत बद से बद्द्तर हो जायगी । Writer -: Vikram Shinde ArticleBy- VikramMarket.