Fish farming_मछली पालन की जानकारीmachli palan ki jankari in hindi MACHHLI PALAN: मत्स्य विभाग की योजनाओं का लाभ उठाकर कई सारे युवा आज इस काम को कर रहे हैं। यदि किसान भाई मछली पालन का व्यवसाय शुरू करते हैं, तो इस माध्यम से कम अनुभव और अध्ययन के साथ बहुत अच्छा पैसा कमा सकते है । अगर आप भी मछली पालन करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको बस कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी योजनाएं चला रही हैं जिसकी मदद से आप कम से कम पैसे में इसकी शुरुआत कर सकते हैं. कम पानी और कम खर्च में अधिक से अधिक मछली उत्पादन करने के तरीकों के बारे में भी सरकार से आप जानकारी हासिल कर सकते हैं। भारत में मत्स्य पालन के प्रकार * समुद्री मित्स्यिकी समुद्री जल में कुल मत्स्य पालन का 40% उत्पादित होता है। इसके अंतर्गत प्रमुख उत्पादक क्षेत्र कच्छ, मालाबार एवं कोरोमंडल के तटीय क्षेत्र है। भारत में समुद्री जल में पाई जाने वाली प्रमुख मछलियां सरडाइन, हेरिग, ज्यूफिश, भारतीय सामन आदि है। * स्वच्छ जल या अन्तदेशीय मित्स्यिकी आंतरिक जलीय क्षेत्र को स्वच्छ जलीय क्षेत्र माना जाता है, जिसके अंतर्गत नदियां, नहरे, तालाब, झीले आदि आते है। इन क्षेत्रों में विशाल जनसंख्या को पूर्ण अथवा अल्प रोजगार प्राप्त होता है। स्वच्छ जल में कुल मत्स्य उत्पादन का 60 प्रतिशत उत्पादित होता है। रोहू, कतला, मशीर, मुरार आदि स्वच्छ जल में पाई जाने वाली मछलियां है। मछली प्रजातियां Mrigal carp_मृगल मछली Mrigal carp- मृगल इस प्रकार की मछली बहुत महत्वपूर्ण होती है। इस मछली का मुंह चौड़ा और पतले होंठ होते हैं।तलाव की मिट्टी से निकले कार्बनिक पदार्थ , शैवाल और प्लवंग इस मछली का भोजन हैं और यह मछली एक वर्ष में 600 ग्राम तक बढ़ती है। यदि मछली को मस्त्य पालन के लिए चुना जाता है, तो यह निश्चित रूप से अधिक उत्पादन देगी और अच्छा आर्थिक लाभ भी देगी। Rohu fish _ रोहू मछली रोहू – मछली की इस प्रजाति का शरीर लंबा और शरीर पर शल्क होते हैं। यह पानी की मध्य परत में भोजन पर फ़ीड करता है। रोहू प्रजाति के होंठ के दाँतेदार किनारे होते हैं। इसका उपयोग वो पौधों को खींचने के लिए किया करता ह। इस मछली की वृद्धि प्रति वर्ष 1 किलो तक होती है। katla fish _ कटला मछली कटला- इस प्रकार की मछली का सिर बड़ा होता है और यह सतह पर रहने वाली मछली होती है। इसके शरीर पर शल्क होते हैं और इसका मुंह एक तरफ होता है।इस प्रकार की शारीरिक संरचना उसके लिए सतही भोजन खाना आसान बनाती है। इस मछली के होंठ मोटे होते हैं। यह मछली एक साल में 1 से 1.5 किलो तक बढ़ जाती है। मछली की अन्य प्रजातियों की तुलना में इनकी वृद्धि तेज होती है। Jinga Fish _झींगा मछली झींगे ( कोळंबी ) – झींगे का उपयोग मीठे पानी की मस्त्य पालन के लिए किया जाता है। मीठे पानी की जलीय कृषि पिछले कुछ वर्षों में बहुत लोकप्रिय हो गई है और महाराष्ट्र में कुल भूमि क्षेत्र को देखते हुए, पश्चिमी महाराष्ट्र में गन्ने के कारण भूमि की उत्पादकता में कमी आई है।इस जगह का भूमि उपयोग, यदि उपरोक्त सभी पहलुओं का प्रबंधन किया जाता है, तो मछली पालन के लिए फायदेमंद है और इसके लिए झींगा एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रजाति है। सिल्वर, ग्रास, भाकुर व नैना जैसे मछलियों का पालन भी आप आसानी से कर सकते हैं। इन मछलियों को 200 से 400 रुपये किलो तक बेचा जा सकता है। तालाब में मछली बीज डालने के 25 दिन बाद मछलिया बढ़ी होकर तैयार हो जाती है। मछली के बीज किसी भी हैचरी से खरीदे जा सकते हैं। हर जिले में मछली पालन विभाग होता है, जो मछली पालकों को हर तरह की मदद मुहैया करता है. नया काम शुरू करने वालों को मछली पालन की ट्रेनिंग भी दी जाती है। Article By.- VikramMarket.
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कृषि से संबंधित ये टॉप 5 बिजनेस देंगे बंपर कमाई_Farming Business ideas
5 Top Successful Farming Business Ideas in India कृषि से संबंधित ये टॉप 5 बिजनेस देंगे बंपर कमाई | farming business ideas कोई भी कारोबार शुरू करने से पहले यह जरुरी हो जाता है, कि आपके पास उसकी संपूर्ण जानकारी हो आमतौर पर यह देखा गया है कि जब हमारे पास किसी भी कारोबार की जानकारी नहीं होती है, तो हमें इसमें नुकसान का सामना ही करना पड़ता है। इसी लिए आज हम आपको 5 कृषि संबंधित व्यवसाय की जानकारी देंगे । जिन्हे कर के आप लाखों मैं कमा सकते है । 1. डेयरी व्यवसाय Dairy farming : भारत में दूध हर घर की मूलभूत आवश्यकता है। ज्यादातर लोगों के लिए, सुबह का एक कप चाय या कॉफी या एक गिलास दूध के बिना अधूरी होती है। डेयरी फार्म व्यवसाय एक परम्परागत व्यवसाय है। जिसमे पशु पालन के माध्यम से लोग अच्छे व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं। वहीं दूध से दही, छाछ, घी, पनीर जैसे उत्पाद बनाकर विक्रय किए जा सकते हैं। डेयरी व्यवसाय खोलने के लिए सरकार की ओर से बैंक लोन पर सब्सिडी भी दिया जाता है। 2. पोल्ट्री फॉर्म Poultry farming : अगर आप कोई कारोबार करने की सोच रहे हैं, तो पोल्ट्री फॉर्म बिजनेस आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।इसे कुक्कुट पालन भी कहते हैं – बाजार में चिकन और अंडे की मांग काफी ज्यादा है , इसे व्यवसायिक दृष्टि से किया जाए तो इससे काफी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। पोल्ट्री फार्मिंग एक ऐसा काम है जो कम लागत में अच्छा मुनाफा देता है। इस व्यवसाय को किसान भाई अपने खेती के काम के साथ भी कर सकते हैं। खेत के पास यदि थोड़ी खाली जगह है तो आप वहां मुर्गी पालन कर सकते हैं। मुर्गी पालन व्यवसाय यानि पोल्ट्री फॉर्म खोलने के लिए भी सरकार से सहायता मिलती है। 3. बकरी पालन Goat farming : बकरी पालन प्राचीन काल से ही पशुपालन का एक अभिन्न अंग रहा है। बकरी का दूध कई बीमारियों में काम आता है । विश्व की कुल बकरी संख्या का 20 प्रतिशत भारत में ही पाया जाता है। बकरी पालन (bakari palan) किसानों के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली व्यवसाय है। जो किसान गाय-भैंस पालन करने में असमर्थ हैं वे छोटे स्तर पर बकरी पालन (Goat farming) की शुरूआत कर सकते हैं। बकरी पालन एक सस्ता और टिकाऊ व्यवसाय है जिसमें पालन का खर्च कम होने के कारण आप ज्यादा से ज्यादा मुनाफा ले सकते हैं। बकरी पालन पर कई राज्य सरकार 90 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ प्रदान करती हैं। इस व्यवसाय को खोलने के लिए बैंक लोन मिलता है और इस पर सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। 4. फूलों का बिजनेस Flower Business : फूलों का बिजनेस ऐसा है जिससे आप कम लागत में ज्यादा कमाई कर सकते हैं । फूलों का बिजनेस आज काफी लोकप्रिय बिजनेस में से एक माना जाने लगा है। शादी-विवाह, जन्मदिन और कई धार्मिक आयोजनों में फूलों की मांग रहती है। आप फूलों का बिजनेस करके भी अच्छा पैसा कमा सकते हैं। आज कई लोग फूलों के बुगे, फूलों से डेकोरेशन का काम करके अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। वहीं सूखे फूलों के पाउडर की भी बाजार में मांग रहती है। 5. मछली पालन Fish farming : यदि आपके खेत में तालाब है तो आप बड़ी ही आसानी से मछलीपालन कर सकते हैं। यदि आपके पास तालाब नहीं है तो भी कोई परेशानी नहीं है। आप टेंक में मछलीपालन करके इसके जरिए से कोई भी इंसान लाखों रुपये की हर महीने कमाई कर सकते है। जैसा कि बाजार में नानवेज की मांग को देखते हुए ये व्यवसाय काफी चल रहा है। कई किसान मछली पालन करके अपनी आमदनी में इजाफा कर रहे हैं। सरकार की ओर से मछली पालन का प्रशिक्षण और सहायता भी दी जाती है। मछलीपालन के लिए किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से सरकार की ओर से ऋण भी प्रदान किया जाता है। Article By.- Vikrammarket. Sheep Farming_भेड़ पालन जानकारी Hindi जाफराबादी भैंस की पूरी जानकारी