85,000 रु kg बिकने वाली सब्जी – हॉप शूट्स की खेती कैसे करे हॉप शूट्स की खेती: शायद आप नाही जानते पर हॉप शूट्स दुनिया की सबसे महंगी सब्जियों में से एक है। ये एक औषधीय फूल है, जिसका इस्तेमाल शराब बनाने में किया जाता है, हालांकि इसमें कई औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं, जो इसे दूसरे सब्जियों से काफी अलग बनाते हैं। इस सब्जी का नाम है ‘हॉप शूट्स’ और इसका जो फूल होता है, उसे ‘हॉप कोन्स’ कहा जाता है। दरअसल, इसके फूल का इस्तेमाल बीयर बनाने में किया जाता है जबकि बाकी टहनियों को खाने के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। और साथ साथ कई गुणों से युक्त होता ये फल जिससे कई तरह की औषधीय बनाई जाती है । Hop shoots Benefits – हॉप शूट्स के फायदे एक्सपर्ट्स का मानना है कि हॉपशूट्स से एंटीबॉडीज का उत्पादन किया जा सकते है, जो शरीर को बीमारियों लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। कई रिसर्च में भी सामने आया है कि हॉप शूट्स से चिंता, अनिद्रा, बेचैनी, तनाव, उत्तेजना, अटेंशन डेफिसिट-हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD), घबराहट और चिड़चिड़ापन आदि का भी समाधान किया जा सकता है। ये कैंसर कोशिकाओं और ल्यूकेमिया कोशिकाओं को रोकने में भी सक्षम है। भारत में हो सकती है हॉप शूट्स की खेती – hop shoots farming in india हॉप शूट्स की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय जलवायु अनिवार्य है, इसलिए भारत में इसकी खेती नहीं की जा सकती, हालांकि कई लोगों हॉप शूट्स उगाने का प्रयास तो किया है, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई है. hop shoots price – हॉप शूट की कीमत हॉप शूट्स की कीमत 85000 हजार से 1 लाख प्रति किलो है । यूरोप के देशों में भारी डिमांड है हॉप शूट्स का सबसे बड़ा खरीदार अमेरिका है. इस सब्जी की यूरोप के देशों में भारी डिमांड है. यूरोप के कई देशों में इस सब्जी की खेती भी होती है. ब्रिटेन, आयरलैंड, स्कॉटलैंड, जर्मनी आदी यूरोपिय देशों के लोगों की यह पसंदीदा सब्जी है. इस सब्जी में कई तरह के एंटीबायॉटिक पाये जाते हैं. एंटीबायॉटिक की मौजूदगी से इसका इस्तेमाल दवा बनाने में भी किया जाता है। हॉप शूट्स का इतिहास_ hop shoots history हॉप शूट्स के औषधीय गुणों की पहचान सदियों पहले हो गई थी. बताया जाता है कि इसकी खेती आज के समय से नहीं बल्कि सन 1700 के समय से चली आ रही है. ब्रीटेन और जमर्नी जैसे यूरोपियन देशों (European Countries) में इसकी खेती सबसे ज्यादा होती है. उस समय इंग्लैंड में इसकी खेती ज्यादा होती थी, जिसके बाद से अन्य देशों ने भी इसके गुणों और फायदों को जानकर इसकी खेती शुरू कर दी थी। क्या कभी भारत मैं संभव है ? अगर इसी की खेती भारत के किसान कर पाए तो , उनको आमिर बनते देर नहीं लगेगी । क्योंकि इसकी मांग काफी ज्यादा है और इस का उत्पादन काफी काम है , इस लिए जहा जह इसकी खेती हो सकती है – वह के किसान बोहत पैसा कमाएंगे । Article By.- VikramMarket. [recent_post_slider design=”design-1″] सभी मार्किट भाव कृषि व्यवसाय पशुपालन