सूरजमुखी तेल की कमी | Sunflower Seed Oil Latest Price भारत में हर साल करीब 220 से 225 लाख टन खाद्य तेल की खपत होती है। यह 25 लाख टन से अधिक सूरजमुखी तेल की खपत करता है। खाद्य तेल की टोकरी में सूरजमुखी का तेल पाम तेल, सोयाबीन तेल और सरसों के तेल के बाद चौथे स्थान पर है। हर साल 22 से 25 लाख टन सूरजमुखी तेल की जरूरत होती है। इसमें से देश केवल 50,000 टन के बीच उत्पादन करता है। बाकी का सूरजमुखी तेल आयत किया जाता है। ( Indian Sunflower Oil ) रूस-यूक्रेन युद्ध ने विश्व स्तर पर सूरजमुखी के तेल की भारी कमी पैदा कर दी है। जैसा कि आप जानते हैं, यूक्रेन सूरजमुखी तेल का सबसे बड़ा उत्पादक है और रूस दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। हालांकि, युद्ध ने दोनों देशों के बीच निर्यात को बाधित किया। यूक्रेन के अधिकांश बंदरगाहों को निर्यात ठप है। यूरोपीय देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में सूरजमुखी के तेल की कमी है। भारत ही नहीं दुनिया के तमाम देश संकट में हैं। दुनिया भर के सुपरमार्केट सूरजमुखी के तेल की कमी का सामना कर रहे हैं। जिन क्षेत्रों में सूरजमुखी तेल उपलब्ध है, वहां दरें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। सूरजमुखी के तेल की दक्षिण भारत में भी काफी मांग है लेकिन वर्तमान में यहां सूरजमुखी का तेल भी उपलब्ध नहीं है। ब्रिटेन में सूरजमुखी के तेल की कमी के कारण उपभोक्ता खरीद सीमित थी। यहां के दाम बढ़ने से उपभोक्ता भी परेशान हैं। फरवरी के अंतिम सप्ताह में रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया। इससे पहले देश में तेल टैंकर मार्च में पहुंचे थे। इसलिए मार्च में सूरजमुखी के तेल की कोई कमी नहीं रही। भारत ने मार्च में 200,000 टन सूरजमुखी तेल का आयात किया। हालांकि अप्रैल में आयात 1 लाख टन से कम हो सकता है। इसलिए देश में खाद्य तेल की कीमतों में मई में और सुधार हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक रूस-यूक्रेन युद्ध बंद नहीं होगा, सूरजमुखी की आपूर्ति नहीं बढ़ेगी। शिया-यूक्रेन युद्ध ( Russia Ukrain War ) ने विश्व स्तर पर सूरजमुखी के तेल की भारी कमी पैदा कर दी है। भारत ही नहीं दुनिया के तमाम देश संकट में हैं। Article By.- VikramMarket
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कृषि रिपोर्ट- प्याज, केला, कपास, सोयाबीन
कृषि रिपोर्ट- प्याज, केला, कपास, सोयाबीन सोयाबीन मार्किट Soybean Rate: देश के बाजार में इस समय सोयाबीन के रेट पर दबाव है। लिहाजा बाजार में सोयाबीन की आवक औसत से कम है। वर्तमान में मंडी में 3 लाख 50 हजार से 4 लाख क्विंटल के बीच आवक हो रही है। कल से सोयाबीन के भाव में कुछ सुधार हुआ है। आज देश के बाजार में सोयाबीन का औसत भाव 5 हजार 100 से 5 हजार 400 रुपये तक बिका। केले की कीमतों में तेजी Banana Rate: राज्य के कुछ हिस्सों में केले की कटाई शुरू हो गई है। फिलहाल केले की डिमांड अच्छी होने से भाव भी अच्छे हैं। बाजार में आवक फिलहाल कम है। यावल, पंढरपुर, नासिक के बाजारों में आवक थोड़ी अधिक है। लेकिन अन्य बाजारों में औसत से कम आवक दिख रही है। लिहाजा वर्तमान में केला औसतन 1700 से 2500 रुपए के बीच बिक रहा है। केले के कारोबारियों का अनुमान है कि केले का यह भाव स्तर अभी कुछ दिन और रह सकता है। कपास के भाव Cotton Rate: हाल फलहाल भारत के बाजार में कपास के भाव में नरमी बनी हुई है। आज भी देश में कपास की औसत कीमत 7,800 से 8,300 रुपये है। हालांकि कपास की कीमतें वर्तमान में दबाव में हैं, कपास बाजार विश्लेषकों ने अनुमान की है कि भविष्य में कीमतों में वृद्धि होगी। अदरक के दाम मैं गिरावट Ginger Rate: राज्य के बाजार में अदरक की आवक फिलहाल कम है। हालांकि, अदरक की कीमतों पर अभी दबाव बना हुआ है। अदरक का बाजार मूल्य पिछले तीन वर्षों से कम है। एक क्विंटल के बाद यह लगभग आधा रह गया। इससे किसानों को परेशानी हो रही है। वर्तमान में अदरक की कीमत 4,000 रुपये से 5,500 रुपये प्रति क्विंटल के बीच है। प्याज Onion Rate: प्याज मार्किट मैं हाल फिलहाल प्याज के दाम गिरे हुए है , लाल प्याज की आवक मार्किट मैं बढ़ गयी है इस लिए लाल प्याज के भाव बोहत कम जो गए है । हल फिलहाल महाराष्ट्र के मार्किट मैं लाल प्याज के भाव कम से कम – 400 रूपये प्रति क्विंटल , ज्यादा से ज्यादा – 1500 रूपये प्रति क्विंटल , न्यून्तम – 1000 रूपये से 1200 रूपये के बिच है । Published: 9-2-2023 Article By.- VikramMarket. सभी मार्किट भाव https://www.vikrammarket.com/2023/02/09/banana-rate-today-केले-के-दाम-मैं-तेजी/ https://www.vikrammarket.com/2023/02/09/8-फ़रवरी-2023-_आज-महाराष्ट्र-के/ Home पशुपालन Trend