Sagwan ki kheti – इस पेड़ के खेती_ आपको करोड़पति बना देगी Sagwan ki kheti -: सागवन के पौधों के लिए किसी खास मिट्टी की जरूरत नहीं रहती है। इसके पौधों को उस जगह उगाएं जहां जल जमाव नहीं हो। सागवन की लकड़ी में दीमक लगने का खतरा नहीं रहता है।इसकी लकड़ियों का इस्तेमाल प्लाईवुड, जहाज़, रेल के डिब्बे और और फर्नीचर्स बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा सागवान की छाल और पत्तियों से कई तरह की शक्तिवर्धक दवाओं को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। सागवन की लकड़ी में कई तरह के खास गुण पाए जाते हैं। लिहाजा इन पेड़ों की डिमांड बाजार में हमेशा बनी रहती है। * साग पेड़ के फायदे – Teak wood Tree Sagwan Farming :- चंदन के बाद सागा की लकड़ी अपने विशेष गुणों के कारण मूल्यवान है। यह लकड़ी बहुत टिकाऊ होती है। लकड़ी सूखे, फफूंदी और मौसम से प्रभावित नहीं होती है। यह लकड़ी फूटती नहीं है।इसमें दरार नहीं आती। लकड़ी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। इस लकड़ी का उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इस लकड़ी का उपयोग सदियों से जहाज निर्माण में किया जाता रहा है। इसके अलावा, धान के खेतों में काम करने वाले मजदूर खुद को बारिश से बचाने के लिए इस पत्ते से ‘अर्ल’ बनाते हैं। इन पत्तों का उपयोग झोपड़ियां बनाने में किया जाता है। साली का उपयोग ब्रोंकाइटिस में औषधीय रूप से किया जाता है। लार से ऑक्सालिक अम्ल को अलग करता है। लकड़ी की छीलन से प्रभावित चारकोल ( कोयला ) बनाता है। सागा के पौधे में औषधीय गुण होते हैं। फूलों का उपयोग पित्त संबंधी ब्रोंकाइटिस और मूत्र विकारों में किया जाता है। बीज पेशाब को साफ करते हैं। पत्ती का अर्क टीबी के कीटाणुओं के विकास को रोकता है। पत्ते लाल या पीले रंग के होते हैं और कपास, रेशम और ऊन को रंगने के लिए उपयोग किए जाते हैं। सागा के पत्ते बहुत बड़े होते हैं जिन्हे पत्तियों और द्रोण बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। ( Sagwan ) * साग लकड़ी की बढे पैमाने पर मांग – teak wood Demand देश में कुल मांग की अपेक्षा मात्र 5 प्रतिशत ही सागवान का उत्पादन हो पाता है। देश में सागवान की मांग 180 करोड़ क्यूबिक फिट है। लेकिन इसके विपरीत उत्पादन मात्र 9 कारोड़ क्यूबिक फिट ही हो रहा है। ऐसे में किसान अगर सागवान की खेती करता है तो उसे पर्याप्त लाभ मिलता है। बहुत से लोगों ने अपने खेतों के किनारे सागवान की खेती शुरू कर दी है कुछ किसान तो पारम्परिक खेती को छोड़ कर अपने पुरे खेत में सागवान के ही पौधों को लगा दिया है। * करोड़ों की कमाई – sagwan ki kimat teak wood Price -: अगर सागवान के पौधों की सही ढंग से देखभाल की जाये तो वह मत्र 10 से 12 वर्ष में पूरी तरह तैयार हो जाते हैं। एक तैयार पेड़ की कीमत करीब 25 से 30 हजार रूपये होती है। एक्सपोर्ट्स करने वाले किसानों का कहना है की , एक एकड़ खेत मैं 120 पेड़ लगा सकते है । ऐसे में किसान एक एकड में सागवान की खेती कर 10 से 12 वर्ष में करोड़ों रूपये कमा सकते हैं। कटाई के बाद भी सागौन का पेड़ बडी आसानी के साथ दोबारा तैयार हो जाता है। किसान को केवल यह देखना होता है कि नई शाखाएं आने पर केवल एक ही शाखा को बढने दिया जाय। अन्य शाखा को तोड़ देना चाहिए। Article By.- VikramMarket.