Pineapple_अनानस की खेती -साल भर मांग Pineapple farming: भारत में ज्यादातर किसानों ने पारंपरिक खेती की जगह फल और सब्जियों (Fruit & Vegetable Farming) की तरफ रुख किया है। ये ऐसी फसलें हैं, जिनकी एक बार बुवाई या रोपाई करने पर कई सालों तक मोटी कमाई होती रहती है। अनानास की खेती (Pineapple Farming) भी इन्हीं फलों में से एक है।अनानास को बोने से लेकर पकने तक में लगभग 18 से 20 महीने का समय लगता है। फल पकने पर इसका रंग लाल-पीला हो जाता है। इसके बाद इसे काटने की प्रक्रिया शुरू होती है। अनानास का पौधा कैक्टस प्रजाति का होता है। इसका रखरखाव और प्रबंधन करना भी बहुत आसान है। अनन्नास की फसल को अन्य फसलों की तुलना में कम सिंचाई की आवश्यकता होती है। उसके लिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि खेत में खरपतवार जमा न हो। अनानास के पौधों को अधिक देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि उन्हें कम पानी की आवश्यकता होती है। अनानास के पेड़ को छाया की जरूरत होती है। खेत में कुछ दूरी पर पौधे लगाने की जरूरत होती है। खाद के लिए डीएपी, पोटाश और माइल्ड सुपर यूरिया की जरूरत होती है। अनन्नास के साथ आप इसकी अंतरफसल भी कर सकते हैं। कहा कहा की जाती है अनानास की खेती आंध्र प्रदेश, केरल, त्रिपुरा, मिजोरम, पश्चिम बंगाल असम इस से होने वाला मुनाफा अनन्नास का पेड़ एक ही बार फल देता है। मतलब के एक बार अनानस के पेड़ लगाने पर उससे हमे एक ही बार फल मिलता है । उसके बाद फिरसे आप को उसका पेड़ लगाना पड़ता है – और फिर आपको दुबारा अनानस मिल सकता है। यह फल बाजार में करीब 150 से 200 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिकता है। एक हेक्टेयर में 30 टन उत्पादन करने पर ही किसान लाखों का उत्पादन कर सकते हैं। Pineapple Juice Benefits – अनानस खाने के फायदे 1. पोषक तत्वों से भरपूर 2. एंटीऑक्सीडेंट्स का अच्छा स्त्रोत 3. सूजन को कम कर सकता है 4. इम्यूनिटी को बढ़ावा देता है 5. पाचन में भी मददगार 6. दिल की सेहत को बढ़ावा दे सकता है 7. कई तरह के कैंसर से लड़ सकता है 8. अस्थमा के लक्षणों को भी कम कर सकता है। Published: 26-2-2023 Article By.- VikramMarket. सभी मार्किट भाव https://www.vikrammarket.com/2023/02/25/%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a5%8d%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b6-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%87%e0%a4%b8-%e0%a4%a8%e0%a4%bf%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a3%e0%a4%af-%e0%a4%b8/ https://www.vikrammarket.com/2023/02/24/%e0%a4%95%e0%a5%83%e0%a4%b7%e0%a4%bf-%e0%a4%b0%e0%a4%bf%e0%a4%aa%e0%a5%8b%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b8%e0%a4%b8%e0%a5%8b%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a5%80/ Home पशुपालन Trend