इस आर्टिकल मैं हम बाजार मैं घट रही जानकारी कम शब्दों मैं आपको देंगे । Farmer Market Trend #trend | sheti batmya भारत से चीन को सबसे ज्यादा चावल एक्सोपर्ट India Chin: चीन को भारत का चावल निर्यात बढ़ा है। इस साल जनवरी से अगस्त के बीच भारत ने चीन को चावल की आपूर्ति करने में वियतनाम को पीछे छोड़ दिया। इस वर्ष भारत चीन को चावल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता के रूप में आगे आया है। लेकिन 9 सितंबर को केंद्र सरकार ने चावल के निर्यात पर रोक लगा दी है. इसलिए भविष्य में निर्यात में कमी आ सकती है। टोमेटो प्याज | Tomato Market Price Tomato: बताया जा रहा है कि इस साल प्याज का उत्पादन बढ़ने से प्याज उत्पादक किसान संकट में हैं. वर्तमान में उत्पादन बढ़ा है, लेकिन मांग में कमी, उत्पादन लागत में वृद्धि, निर्यात पर दबाव और लगातार बारिश ने प्याज किसानों की चिंता बढ़ा दी है। मौजूदा समय में टमाटर के रेट तो बढ़े हैं, लेकिन हर जगह बारिश से टमाटर की फसल को नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है. हल्दी की कीमत मैं गिरावट सोयाबीन (Soybean), मकई की फसल यानी साइड मार्केट में कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। इसका असर हल्दी के रेट पर पड़ा है। इसलिए हल्दी की कीमत 500 रुपये घटकर 1000 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। इस समय देश में 45 लाख बोरी हल्दी स्टॉक है। हल्दी उद्योग के विशेषज्ञों ने अंदाजा है कि हल्दी की कीमत में वृद्धि की कोई संभावना कम है। फूल बाजार मैं उछाल | Flowers Market महाराष्ट्र के पुणे के फूल बाजार में 2000-2500 टन गेंदा की आमद शुरू में 50-60 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकती थी, लेकिन स्टॉक कम होने के साथ दरें बढ़कर औसतन 100 रुपये प्रति किलो हो गईं. जिससे किसानों में खासा उत्साह है. सभी मार्किट भाव नाशिक मार्किट के भाव देखे -: मुझे क्लीक करो Article By.- VikramMarket.
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@कृषी -अनाज और दालों पर 5% GST
अनाज और दालों पर 5% GST | व्यापरियों का कड़ा विरोद GST On Food :- भारत सरकार ने सोमवार (18 तारीख) से नॉन-ब्रांडेड दालों और अन्य खाद्यान्नों पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया है। छोटे व्यापारियों के लिए यह फैसला बढ़ा ही हानिकारक साबित हो सकता है। नॉन-ब्रांडेड अनाज और दालों पर जीएसटी लगाने के केंद्र सरकार के फैसले का हर तरफ से विरोध हो रहा है। केंद्र के इस फैसले से पांच हजार से ज्यादा छोटे व्यापारी बाजार से बाहर हो जाने की आशंका जताते हुए दाल मिल एसोसिएशन ने इस फैसले को रद्द करने की मांग की है। क्या क्या बदलेगा ? केंद्र सरकार द्वारा पहले से पंजीकृत ब्रांडेड याने ( नोंदणीकृत ब्रँडेड ) अनाज पर जीएसटी लगाया जाता था । अब अगर नॉन -ब्रांडेड खाद्यान्न पर भी जीएसटी लगाया जाता है, तो खाद्यान्न का व्यापार धीरे-धीरे कम हो जाएगा। देश में 85 प्रतिशत छोटे व्यवसायी ब्रांडेड और नॉन-ब्रांडेड खाद्यान्नों का सौदा करते हैं। केंद्र सरकार के इस फैसले से उनका अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा।डालमिल एसोसिएशन ने भविष्यवाणी की है कि इससे कम से कम पांच करोड़ व्यवसायी प्रभावित होंगे। बड़ी कंपनियों द्वारा एकाधिकार बढ़ेगा, इससे छोटे व्यपारियों को अस्तित्व ही ख़त्म हो जायेगा । केंद्र सरकार का बदला निर्णय ? Narendra Modi :- 2017 में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के विशेष सत्र को संबोधित किया। उस समय उन्होंने दैनिक आवश्यक खाद्यान्न और दालों को कर मुक्त करने की घोषणा की थी। सिर्फ चार साल में केंद्र सरकार अपनी नीति बदल रही है और व्यापार विरोधी रुख अपना रही है। व्यापरियों का कड़ा विरोद सरकार के इस फैसले के खिलाफ महाराष्ट्र के साथ साथ अन्य राज्यों के व्यापारी एकजुट हो गए है । ‘जीएसटी’ की शर्त को वापस लिया जाए नहीं तो भविष्य में जोरदार आंदोलन होगा, ऐसा संकेत व्यपारियों ने दिया है। इससे किसानों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए पूर्व के निर्णय को कायम रखते हुए किसानों व व्यापारियों को इससे छूट दी जाए, अन्यथा राज्य भर में आंदोलन किया जाएगा , ऐसा सूचक इशारा व्यपारियों की और से आया है। शनिवार को राज्य भर में अनाज मंडियां बंद रहेंगी। इसमें बाजार समितियों के साथ-साथ छोटे मोठे व्यापारी भी भाग लेंगे। ऑल इंडिया डालमिल एसोसिएशन ने इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इसी के अनुरूप भारत सरकार ने सोमवार (18 तारीख) से नॉन-ब्रांडेड दालों और अन्य खाद्यान्नों पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया है। यह फैसला छोटे व्यापारियों के लिए घातक है। इसलिए इसे तुरंत वापस लिया जाए।ऐसी विनती की है। Article By.- VikramMarket.
अंतरफसल कैसे करें ? अंतरफसल से नितिन ने कमाए पच्चीस लाख
अंतरफसल कैसे करें ? अंतरफसल से नितिन ने कमाए पच्चीस लाख श्रीगोंदे के एक युवा किसान ने दिखा दिया है की अगर आप खेती को व्यपार की तरह ले तो आप बोहत मुनाफा खेती से बना सकते है । उसके लिए एक नियोजन होना चाइये और जानकारी भी , एक वक्त एक ही जगह दो फसल करके आप दोगुना मुनाफा बड़े ही आसानी से कमा सकते है । इसे ही एक युवा किसान ने किया और वो अभी उस गांव और जिल्हे मैं सबसे सफल किसान बन गया है । तेरह एकड़ के बागों सहित सत्रह एकड़ खेत। सालाना 25 लाख रुपये कमाने का लक्ष्य रखने वाले नितिन कड़ी मेहनत करते हैं। चूंकि नितिन को खेती से प्यार है, इसलिए वह आधुनिक खेती करने का तरीका ढूंढ रहा था।चूंकि नितिन को खेती से प्यार है, इसलिए वह आधुनिक खेती करने का तरीका ढूंढ रहा था। उन्होंने मैट्रिक के बाद एग्री-इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की और खेती करने मैं जुड़ गए। नितिन तक़रीबन आठ साल से खेत पर पसीना बहा रहा है। जब उसका कॉलेज चल रह था, उसने एक हजार अनार के पौधे लगये थे । हालांकि, कॉलेज के था उन्हें खेती करना मुशिकल हो गया। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद पहले साल 2015 में उन्होंने अनार, तरबूज और खरबूजे से 25 लाख रुपये का मुनाफा कमाया। नितिन कह रहा था कि उसमें 7.5 लाख रूपये सिर्फ अनार से हो गए थे । इस यश के बाद वे उनके गांव के सबसे सफल युवा किसान है , और उनका मुनाफा दिनबदिन बढ़ ही रहा है। इस लाभ से दो एकड़ अंगूर की खेती की गई। एक एकड़ खेत में खेत तालाब बनवाया, उन्होंने खेती के लिए आवश्यक वाहन भी लिए और एक बार फिर खेती में नए प्रयोग शुरू किए। अंगूर लगाए, उस वर्ष तरबूज और हरी मिर्च को अंतर फसल के रूप में लिया और उसका लाभ भी उठाया। अंतरफसल महत्व नितिन कोठारे हर बड़ी फसल को इंटरक्रॉप ( अंतरफसल ) कर मुनाफा कमा रहे हैं। अब उन्होंने बैंगनी खेती के साथ प्रयोग किया है। उन्होंने फसल नियोजन को महत्व दिया है। आधुनिकता को जोड़ते हुए वे कहते हैं, क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने की आदत से लाभ मार्जिन में वृद्धि हुई है। Article By – Vikram Market Watermelon तरबूज की खेती कैसे करें