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कटहल खेती_एक बार लगाओ- लाखो कमाओ

कटहल खेती_एक बार लगाओ- लाखो कमाओ कटहल खेती_एक बार लगाओ- लाखो कमाओ

कटहल की खेती_एक बार लगाओ- लाखो कमाओ Jackfruit Farming: अगर आपके पास कोई बंजर जमीं पढ़ी हो , या बागायती खेती करना चाहते हो ! तो आपके लिए कटहल एक अच्छा ऑप्शन है । कटहल याने इसे अंग्रेजी मैं जैकफ्रूट भी कहते है । इसकी मांग देश-विदेश में काफी बानी रहती है। तो इसकी खेती आपके लिए बोहत फायदेमंद होगी ।(agri business) कटहल का पेड़ बारहमासी यानी पूरे साल हराभरा रहता है। जैकफ्रूट ट्री की शाखाएं घनी होती हैं। ऐसे में इसकी छाया में इलायची, काली मिर्च और कॉफी जैसी चीजों की रोपाई व खेती की जा सकती है। कटहल के घने पत्तों के कारण जमीन पर सीधी धूप नहीं पड़ती जो इन पौधों के लिए फायदेमंद होता है। कटहल के पेड़ के सूखने पर लकड़ियों का इस्तेमाल घरेलू फर्नीचर बनाने में होता है। इसकी लकड़ी काफी मजबूत होती है। कटहल एक सदाबहार फसल है, जिसका पेड़ सिर्फ 8 सेमी ऊंचा और इसके फल हरे पत्तों से घिरे होते हैं. जल निकासी वाली गहरी बलुई मिट्टी में इसकी खेती करके अच्छा उत्पादन ले सकते हैं. यह एक उष्ण कटीबंधीय फल है जिसकी खेती किसी भी मौसम में कर सकते हैं। कटहल के पेड़ के नीचे पौधों की रोपाई jackfruit: जैकफ्रूट से जुड़े फैक्ट में ये दिलचस्प है कि कटहल बांग्लादेश और श्रीलंका का राष्ट्रीय फल है। भारत में केरल और तमिलनाडु की सरकारों ने कटहल को राजकीय फल का दर्जा दिया है। कटहल का पौधा सदाबहार माना जाता है। 8 से 15 मीटर तक की ऊंचाई तक जाने वाला जैकफ्रूट ट्री काफी घना भी होता है।कटहल का वानस्पतिक नाम औनतिआरिस टोक्सिकारीआ है। विदेश भी भेजे जाते हैं भारतीय कटहल कटहल की खेती / बागवानी उत्तर प्रदेश , बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और दक्षिण भारत के कई राज्यों में बड़े पैमाने पर होती है। खेती-किसानी, फसल और फलों के इतिहास के जानकारों की मानें तो दक्षिण भारत में विशेषकर महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल राज्य में कटहल या जैकफ्रूट की खेती तीन से छह हजार साल पहले से हो रही है। गौरतलब है कि भारत में पैदा होने वाले कुछ विशेष कटहल की किस्मों का अब निर्यात भी होने लगा है। APEDA के सौजन्य से कटहल का निर्यात हो रहा है। ऐसे में जैकफ्रूट फार्मिंग करने वाले किसानों को लाखों रुपये की आमदनी होती है। हर साल इन किसानों को मोटा मुनाफा भी होता है। इसकी प्रमुख किस्म रसदार, खजवा, सिंगापुरी, गुलाबी, रुद्राक्षी कटहल के पौधे की रोपाई कटहल की बागवानी करने के लिए बीजों से भी रोपाई की जा सकती है। बीज की रोपाई के बाद पौधे बड़े होने में 5 से 6 साल का समय लगता है। पके हुए कटहल से बीज निकालने के बाद इनकी रोपाई की जाती है। बीजों को निकालने के बाद रोपाई के लिए लंबा इंतजार नहीं करना चाहिए। तुरंत मिट्टी में रोपाई करने के बाद पौधे अच्छे से विकसित होते हैं। गमले या पॉलीथिन बैग में बीजों की रोपाई कर पौधे उगाए जा सकते हैं। 80 प्रतिशत सामान्य मिट्टी और 20 प्रतिशत पुरानी गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट को मिलाने के बाद इसकी कटहल के बीज की रोपाई की जा सकती है। बीज की रोपाई लगभग दो इंच की गहराई में करें। रोपाई के बाद मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए सिंचाई जरूरी है। बीज में अंकुरण एक सफ्ताह में शुरू हो जाता है। तीन-चार पत्तियां आने पर पौधों की रोपाई खेत में की जा सकती है। जैकफ्रूट की पैदावार रोपाई के तीन से चार साल बाद कटहल के पेड़ में फल लगना शुरू हो जाता है। बीज रोपने पर पौधे में कम से कम 7 से 8 साल बाद फल लगने शुरू होते हैं। अच्छी गुणवत्ता वाले कटहल के पेड़ 12 साल तक भरपूर फल देते हैं। पेड़ पुराने होने पर जैकफ्रूट की मात्रा कम होने लगती है। एक हेक्टेयर खेत में लगभग 150 पौधों की रोपाई की जा सकती है। एक साल में एक जैकफ्रूट ट्री पर तकरीबन 500 से 1000 किलोग्राम कटहल पैदा होते हैं। कटहल के औसत बाजार मूल्य के आधार पर एक साल में करीब 3 से 4 लाख रुपये कमाए जा सकते हैं। जैक फ्रूट से कितना कमा सकते है ? ठीक प्रकार कटहल के बागों (Jackfruit Crop) की देखभाल करने पर हर साल 3 से 4 लाख की कमाई कर सकते हैं. इसके एक हेक्टेयर खेत में 150 से ज्यादा पौधे लगाये जाते हैं और जल्द ही फलों का भंडार (Jackfruit Production) खड़ा कर देते हैं। कटहल की खेती (Jackfruit Cultivation) से अच्छी आमदनी कमाने के लिये इसकी व्यावसायिक खेती(Commercial Farming of Jackfruit) या कांट्रेक्ट फार्मिंग (Contract Farming of Jackfruit) से जुड़ना चाहिये। किसान चाहें तो इसकी प्रोसेसिंग (Jackfruit Processing) करके अचार, चिप्स और दूसरे खाद्य पदार्थ बनाकर भी बेच सकते हैं। Published: 19-1-2023 Article By.- VikramMarket. https://www.vikrammarket.com/2023/01/18/डेयरी-फार्म-लाल-कंधारी-गा/   Home https://www.vikrammarket.com/खेती-की-जानकारी/ पशुपालन

कृषि से संबंधित ये टॉप 5 बिजनेस देंगे बंपर कमाई_Farming Business ideas

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5 Top Successful Farming Business Ideas in India कृषि से संबंधित ये टॉप 5 बिजनेस देंगे बंपर कमाई | farming business ideas कोई भी कारोबार शुरू करने से पहले यह जरुरी हो जाता है, कि आपके पास उसकी संपूर्ण जानकारी हो आमतौर पर यह देखा गया है कि जब हमारे पास किसी भी कारोबार की जानकारी नहीं होती है, तो हमें इसमें नुकसान का सामना ही करना पड़ता है। इसी लिए आज हम आपको 5 कृषि संबंधित व्यवसाय की जानकारी देंगे । जिन्हे कर के आप लाखों मैं कमा सकते है । 1. डेयरी व्यवसाय Dairy farming : भारत में दूध हर घर की मूलभूत आवश्यकता है। ज्यादातर लोगों के लिए, सुबह का एक कप चाय या कॉफी या एक गिलास दूध के बिना अधूरी होती है। डेयरी फार्म व्यवसाय एक परम्परागत व्यवसाय है। जिसमे पशु पालन के माध्यम से लोग अच्छे व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं। वहीं दूध से दही, छाछ, घी, पनीर जैसे उत्पाद बनाकर विक्रय किए जा सकते हैं। डेयरी व्यवसाय खोलने के लिए सरकार की ओर से बैंक लोन पर सब्सिडी भी दिया जाता है। 2. पोल्ट्री फॉर्म Poultry farming : अगर आप कोई कारोबार करने की सोच रहे हैं, तो पोल्ट्री फॉर्म बिजनेस आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।इसे कुक्कुट पालन भी कहते हैं – बाजार में चिकन और अंडे की मांग काफी ज्यादा है ,  इसे व्यवसायिक दृष्टि से किया जाए तो इससे काफी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। पोल्ट्री फार्मिंग एक ऐसा काम है जो कम लागत में अच्छा मुनाफा देता है। इस व्यवसाय को किसान भाई अपने खेती के काम के साथ भी कर सकते हैं। खेत के पास यदि थोड़ी खाली जगह है तो आप वहां मुर्गी पालन कर सकते हैं। मुर्गी पालन व्यवसाय यानि पोल्ट्री फॉर्म खोलने के लिए भी सरकार से सहायता मिलती है। 3. बकरी पालन Goat farming : बकरी पालन प्राचीन काल  से ही पशुपालन का एक अभिन्न अंग रहा है। बकरी का दूध कई बीमारियों में काम आता है ।  विश्व की कुल बकरी संख्या का 20 प्रतिशत भारत में ही पाया जाता है। बकरी पालन (bakari palan) किसानों के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली व्यवसाय है। जो किसान गाय-भैंस पालन करने में असमर्थ हैं वे छोटे स्तर पर बकरी पालन (Goat farming) की शुरूआत कर सकते हैं। बकरी पालन एक सस्ता और टिकाऊ व्यवसाय है जिसमें पालन का खर्च कम होने के कारण आप ज्यादा से ज्यादा मुनाफा ले सकते हैं। बकरी पालन पर कई राज्य सरकार 90 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ प्रदान करती हैं। इस व्यवसाय को खोलने के लिए बैंक लोन मिलता है और इस पर सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है।  4. फूलों का बिजनेस Flower Business : फूलों का बिजनेस ऐसा है जिससे आप कम लागत में ज्‍यादा कमाई कर सकते हैं । फूलों का बिजनेस आज काफी लोकप्रिय बिजनेस में से एक माना जाने लगा है। शादी-विवाह, जन्मदिन और कई धार्मिक आयोजनों में फूलों की मांग रहती है। आप फूलों का बिजनेस करके भी अच्छा पैसा कमा सकते हैं। आज कई लोग फूलों के बुगे, फूलों से डेकोरेशन का काम करके अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। वहीं सूखे फूलों के पाउडर की भी बाजार में मांग रहती है। 5. मछली पालन Fish farming :  यदि आपके खेत में तालाब है तो आप बड़ी ही आसानी से मछलीपालन कर सकते हैं। यदि आपके पास तालाब नहीं है तो भी कोई परेशानी नहीं है। आप टेंक में मछलीपालन करके इसके जरिए से कोई भी इंसान लाखों रुपये की हर महीने कमाई कर सकते है। जैसा कि बाजार में नानवेज की मांग को देखते हुए ये व्यवसाय काफी चल रहा है। कई किसान मछली पालन करके अपनी आमदनी में इजाफा कर रहे हैं। सरकार की ओर से मछली पालन का प्रशिक्षण और सहायता भी दी जाती है। मछलीपालन के लिए किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से सरकार की ओर से ऋण भी प्रदान किया जाता है। Article By.- Vikrammarket. Sheep Farming_भेड़ पालन जानकारी Hindi जाफराबादी भैंस की पूरी जानकारी

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